सभी दिव्यात्माओ को नमन,
देवी के मंत्र के बाद आज आपको देव के मंत्र से परिचित कराते है,
यदि आप काले जादू, गृह बाधा और षट् कर्म (मारण,मोहन,स्तंभन आदि कर्म)से पिड़ित हैं,तो उनसे छुटकारा कैसे प्राप्त हो?? आज ये आप को बताता हूँ।
विवेक
सारी नकारात्मक उर्जा हटाना है,तो जाप करे इस महामंत्र का जो ग्रहो का मर्दन और निच कर्म का नाश करता है, जो व्यापक प्रभाव होने के कारण व्योमव्यापी" कहा जाता है,इसे महासुदर्शनमंत्र कहते हैं।
मंत्र है -
सहस्रार हुं फट्
ये मंत्र स- सोम, ह-प्राण,स-अमृत,उसके बाद काल पावक- रा,अग्नि - र के साथ अस्त्र मंत्र हुं फट् से बना है।
इसका प्रयोग अंग न्यास के साथ करें।अंग न्यास के साथ किया गया सुदर्शन चक्र मंत्र क्षुद्र संज्ञक अभिचार को,ग्रह बाधा हर लेने वाला और समस्त मनोरथों को पूर्ण करने वाला है।
अंग न्यास"-
आचक्राय स्वाहा,हृदयाय नम:।
विचक्राय स्वाहा,शिरसे स्वाहा।
सुचक्राय स्वाहा,शिखायै वषट्।
धीचक्राय स्वाहा,कवचाय हुम्।
संचक्राय स्वाहा,नेत्राय वौषट।
ज्वालाचक्राय स्वाहा,अस्त्राय फट्।
-तंत्रसार संग्रह